Humnava Mere Lyrics In Hindi – Jubin Nautiyal
कल रास्ते में ग़म मिल गया था
लगके गले मैं रो दिया
जो सिर्फ मेरा, था सिर्फ मेरा
मैंने उसे क्यूँ खो दिया
हाँ वो आंखें जिन्हें मैं चूमता था बेवजह
प्यार मेरे लिए क्यूँ उनमें बाकी ना रहा
हो… हो.. हो..
हमनवा मेरे तू है तो मेरी सांसें चलें
बता दे कैसे मैं जियूँगा तेरे बिना
हो… हो.. हो..
हमनवा मेरे तू है तो मेरी सांसें चलें
बता दे कैसे मैं जियूँगा तेरे बिना
हो… हो.. हो..
हर वक़्त दिल को जो सताये
ऐसी कमी है तू
मैं भी ना जानूँ ये के इतना
क्यूँ लाज़मी है तू
नींदें जा के ना लौटीं कितनी रातें ढल गयी
इतने तारें गिने के उंगलियाँ भी जल गयी
हो… हो.. हो..
हमनवा मेरे तू है तो मेरी सांसें चलें
बता दे कैसे मैं जियूँगा तेरे बिना
हो… हो.. हो..
हमनवा मेरे तू है तो मेरी सांसें चलें
बता दे कैसे मैं जियूँगा तेरे बिना
हो… हो.. हो..
तू आखिरी आंसू ओ यारा
है आखिरी तू ग़म
दिल अब कहाँ है जो दोबारा
दें दें किसी को हम
अपनी शामों में हिस्सा
फिर किसी को ना दिया
इश्क़ तेरे बिना भी
मैंने तुझसे ही किया
हो… हो.. हो..
हमनवा मेरे तू है तो मेरी सांसें चलें
बता दे कैसे मैं जियूँगा तेरे बिना
हो… फासले ना दे कि मैं हूँ आसरे तेरे
बता दे कैसे मैं जियूँगा तेरे बिना
आज़मा रहा मुझे क्यूँ
आ भी जा कहीं से अब तू
कैसे मैं जियूँगा तेरे बिना
सीने में जो धड़कनें हैं
तेरे नाम पे चलें हैं
कैसे मैं जियूँगा तेरे बिना
हमनवा मेरे तू है तो मेरी सांसें चलें
बता दे कैसे मैं जियूँगा तेरे बिना