अवध मां होली खेलैं रघुवीरा lyrics | होली के पौराणिक लोकगीत
ओ केकरे हाथ ढोलक भल सोहै,
केकरे हाथे मंजीरा।
राम के हाथ ढोलक भल सोहै,
लछिमन हाथे मंजीरा।
ए केकरे हाथ कनक पिचकारी
ए केकरे हाथे अबीरा।
ए भरत के हाथ कनक
पिचकारी शत्रुघन हाथे अबीरा।
ओ केकरे हाथ ढोलक भल सोहै,
केकरे हाथे मंजीरा।
राम के हाथ ढोलक भल सोहै,
लछिमन हाथे मंजीरा।
ए केकरे हाथ कनक पिचकारी
ए केकरे हाथे अबीरा।
ए भरत के हाथ कनक
पिचकारी शत्रुघन हाथे अबीरा।